भूपेश बघेल की सरकार में, गलती करें बिजली विभाग एवं ठेकेदार लेकिन सजा भुगते मध्यमवर्गीय उपभोक्ता … पूरे शहर में मीटर रीडिंग 15 दिन लेट जिससे उपभोक्ताओं को मिलने वाली छूट में हुआ भारी नुकसान

छत्तीसगढ़। करे कोई भरे कोई वाली कहावत आज बिजली विभाग याने cspdcl और मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं के बीच साबित होती।
बिलासपुर शहर में दिखाई दे रहा है बिजली विभाग या आप कहे मीटर रीडिंग ठेकेदार द्वारा पिछले माह अगस्त की रीडिंग जो प्रतिमाह 1 तारीख से लेकर 5 तारीख तक हमेशा ली जाती रही है लेकिन इस सितम्बर माह में उसे 15 दिन लेट लेकर उपभोक्ताओं को मिलने वाली छूट से वंचित कर दिया गया जिसकी भरपाई अब उपभोक्ता करेगा ।
कांग्रेस के भुपेश बघेल जब सरकार में आये तो उन्होंने बिजली में यूनिट के हिसाब से निचले एवं मध्यमवर्गीय परिवारों को खपत के हिसाब से छूट दी जिसका पूरे प्रदेश की जनता ने स्वागत किया और जिसका फायदा पूरे प्रदेश की जनता को मिल भी रहा है लेकिन जैसे जैसे सरकार अपनी अंतिम पड़ाव में पहुँच रही है मतलब ढाई साल पूरा हो गया तो सरकार को बदनाम करने या सरकार के ही द्वारा मध्यवर्गीय परिवारों के जेब मे डाका डालने का प्रयास शुरू भी हो गया है जिसका उदाहरण आपको बिजली रीडिंग से ही ले लो जिस मध्यमवर्गीय को छूट दिया उसी के मीटर की रीडिंग लेट लेने से उसके बजट में भार पड़ गया और उसकी कीमत उसे ही चुकानी पड़ रही है और पैसा सरकार की जेब मे जा रहा है इसी को देखते हुए लग रहा है कि अब भुपेश सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और उसमे अधिकारी और ठेकेदार इस प्रकार से जनता को बेवकूफ बनाकर सरकार का ही नुकसान कर रहे है जिसका आने वाले चुनावों में असर दिखेगा ही नही इसका खामियाजा कांग्रेस को भी उठाना पड़ सकता है ।